पैरोडी
तेरी आंखों में हमने क्या देखा
डर गए, ऐसा माफ़िया देखा
हमने इतिहास जाके क्या देखा
काम कम, नाम ही ज़्यादा देखा
अपनी तहज़ीब तो थी पिछली गली
खामख़्वाह सीधा रास्ता देखा
अपने पैसे लगे चुराए से
ख़ुदपे आयकर को जब छपा देखा
हाय! अंदाज़ तेरे बिकने का
तू ही दूसरों को डांटता देखा
भूले गिरगिट के रंग बदलने को
पंद्रह मिनटों में क्या से क्या देखा
फिर न आया ख़्याल तोतों का
जबसे स्कूल/मंदिर का रास्ता देखा
-संजय ग्रोवर
(क्षमा महान है/शायर और भी महान है)
07-10-2016
तेरी आंखों में हमने क्या देखा
डर गए, ऐसा माफ़िया देखा
हमने इतिहास जाके क्या देखा
काम कम, नाम ही ज़्यादा देखा
अपनी तहज़ीब तो थी पिछली गली
खामख़्वाह सीधा रास्ता देखा
अपने पैसे लगे चुराए से
ख़ुदपे आयकर को जब छपा देखा
हाय! अंदाज़ तेरे बिकने का
तू ही दूसरों को डांटता देखा
भूले गिरगिट के रंग बदलने को
पंद्रह मिनटों में क्या से क्या देखा
फिर न आया ख़्याल तोतों का
जबसे स्कूल/मंदिर का रास्ता देखा
-संजय ग्रोवर
(क्षमा महान है/शायर और भी महान है)
07-10-2016